मुन्नाभाई : ओये सर्किट यह बल्ब के उपर बाप का नाम क्यों लिख रहा है ? सर्किट : अरे भाई बाप का नाम रोशन कर रहेला हूं ।
किसी ने कहा है बाटनाही है तो खुशिया बाटो, हॅसि बाटो. दु:ख बाटने मे क्या मजा ? ऎसिही कोशिश कर रहा हू हॅसिया बाटने की, ईस ब्लॉगपर. पसंद आए तो जरुर बताना. हर चुटकूला स्वच्छ, सुंदर रहेगा जिसे परिवार का हर सदस्य पढेगा और घरको हसाएगा !!!