मा : बेटे पप्पू क्या कर रहे हो । पप्पू : मा मै पढ रहा हूं । मा : शाब्बास बेटे । पढना अच्छी आदत है । लेकिन बेटे क्या पढ रहो ? पप्पू : मा मै शरारत फिल्म की कहानी पढ रहा हूं ।
किसी ने कहा है बाटनाही है तो खुशिया बाटो, हॅसि बाटो. दु:ख बाटने मे क्या मजा ? ऎसिही कोशिश कर रहा हू हॅसिया बाटने की, ईस ब्लॉगपर. पसंद आए तो जरुर बताना. हर चुटकूला स्वच्छ, सुंदर रहेगा जिसे परिवार का हर सदस्य पढेगा और घरको हसाएगा !!!